उत्तर प्रदेश में मानसून की आहट अब पूरी तरह बरसात में बदल चुकी है। रविवार की सुबह से ही लखनऊ समेत प्रदेश के लगभग 40 शहरों में रुक-रुक कर कहीं तेज तो कहीं हल्की बारिश हो रही है, जिसने मौसम को तो सुहाना बना दिया, लेकिन कई जगहों पर जनजीवन प्रभावित हुआ। बिजनौर में भारी बारिश के कारण हाईवे पानी में डूब गया। गलियों में बहाव इतना तेज़ था कि वो किसी छोटे नदी-सरीखे दृश्य में बदल गईं। कुछ बच्चे बारिश में नहाते और खेलते नजर आए, वहीं मंडी में सब्जियां बह जाने से किसानों और व्यापारियों को नुकसान उठाना पड़ा। मुजफ्फरनगर से एक दर्दनाक खबर सामने आई है, जहां बारिश के दौरान एक बच्चा खेलते समय नाले में बह गया। शहर में जगह-जगह पानी भर गया है और कुछ इलाकों में तो पानी घुटनों तक पहुंच गया है। झांसी में महज़ एक घंटे की तेज़ बारिश से सड़कों पर करीब दो फीट तक पानी भर गया। पुनावली चैकडेम ओवरफ्लो हो गया और पास के रक्सा गांव में दर्जनों सुनहरे मेंढक नजर आए। ग्रामीणों की मान्यता है कि ऐसे मेंढकों का दिखना शुभ संकेत होता है और इससे अच्छी बारिश की संभावना बढ़ती है। आगरा में चंबल नदी उफान पर है। इसी दौरान एक मगरमच्छ गांव तक पहुंच गया, जिसे देखकर ग्रामीण घबरा गए। सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम ने मगरमच्छ को पकड़कर सुरक्षित नदी में वापस छोड़ दिया। पीलीभीत में एक पुल का हिस्सा नहर में समा गया, जिसके बाद सिंचाई विभाग की टीम मौके पर पहुंची और क्षेत्र को सुरक्षित करने की कवायद शुरू कर दी। चित्रकूट के बरदहा क्षेत्र में तेज बारिश ने कच्ची सड़क को पूरी तरह बहा दिया, जिससे कई गांवों का संपर्क ब्लॉक मुख्यालय से टूट गया है। वहीं, हरदोई जिले से एक बेहद दुखद घटना सामने आई है। बारिश के पानी में डूबने से तीन बच्चों की जान चली गई, जिसने पूरे इलाके में शोक का माहौल पैदा कर दिया है। मौसम विभाग की रिपोर्ट बताती है कि बीते 24 घंटे में प्रदेश में औसतन 5.6 मिमी वर्षा दर्ज की गई, जो अनुमान से 66% अधिक है। 1 जून से अब तक कुल 50.5 मिमी बारिश हो चुकी है, जो सामान्य औसत से 11% ज्यादा है। 🌧️ मानसून की इन बौछारों ने जहां कुछ सुकून भरे पल दिए, वहीं कई ज़िंदगियों में उथल-पुथल भी मचाई। ऐसे में सावधानी और सतर्कता की सबसे ज्यादा ज़रूरत है।
Uttar Pradesh : उत्तर प्रदेश में मानसून का आगमन। Atmosphere

Leave a comment