प्राथमिक विद्यालय झपटवाजपुरवा बना जलभराव का केंद्र, बच्चों की पढ़ाई पर संकट
जलभराव से स्कूल परिसर तालाब में तब्दील, अभिभावक और छात्र परेशान, अफसर अब भी मौन
Kanpur जनपद के बिल्हौर ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय झपटवाजपुरवा में बारिश के बाद हुआ जलभराव शिक्षा व्यवस्था पर एक बड़ा सवाल खड़ा कर रहा है। विद्यालय परिसर में जमा गंदा पानी न केवल छात्रों के आवागमन में बाधा बन रहा है, बल्कि स्कूल की नियमित पढ़ाई भी बुरी तरह से प्रभावित हो रही है।
📌 51 छात्रों का भविष्य अधर में
विद्यालय में करीब 51 बच्चे नामांकित हैं, लेकिन लगातार जलभराव की वजह से अधिकांश छात्र स्कूल नहीं पहुंच पा रहे हैं। जो कुछ छात्र आते भी हैं, उन्हें गंदे, बदबूदार और मच्छरयुक्त पानी से होकर गुजरना पड़ता है। इससे न केवल स्वास्थ्य संबंधी खतरे बढ़े हैं बल्कि छात्रों की उपस्थिति दर भी गिर गई है।
📢 शिकायतों के बाद भी नहीं जागे अधिकारी
स्थानीय अभिभावकों ने बताया कि बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों को कई बार इस समस्या से अवगत कराया गया, लेकिन आज तक कोई स्थायी समाधान नहीं निकला। स्थिति यह है कि मामूली बारिश में भी स्कूल तालाब जैसा नजर आता है।
⚠️ शिक्षा का अधिकार, मगर बिना सुविधा कैसे?

एक ओर सरकार छोटे स्कूलों को मर्ज करने की नीति पर काम कर रही है, तो दूसरी ओर जिन स्कूलों में अच्छी संख्या में बच्चे पढ़ रहे हैं, वहां की बुनियादी सुविधाओं की अनदेखी की जा रही है। स्वच्छ पेयजल, साफ परिसर, जलनिकासी जैसी आवश्यक व्यवस्थाएं नदारद हैं।
जब तक संबंधित विभाग जलनिकासी की समुचित व्यवस्था नहीं करता, तब तक छात्रों की शिक्षा और स्वास्थ्य दोनों पर संकट बना रहेगा। जिम्मेदारों को तत्काल संज्ञान लेकर कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि प्राथमिक शिक्षा का मूल उद्देश्य – सभी को समान और सुरक्षित शिक्षा – साकार हो सके।
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